नीतेश झा (कानपुर) :- आज हम बात कर रहे है उत्तरप्रदेश के कानपुर जिले के एक गाँव कि जहां पर रहने वाले आकाश जिसकी उम्र सिर्फ दस साल है वो अपने ही उम्र के बच्चो के साथ घर के बाहर खेल रहा था और कुछ देर बाद खून से लथ-पथ हो रोता हुआ अपने घर मे प्रवेश करता है।
आइये जानते है पूरी घटना:–
बच्चे को रोते हुए मां ने पूछा कि क्या तुम्हें किसी गाड़ी वाले ने धक्का दिया है या किसी ने मारा है तो वह बच्चा जोर जोर से रोने लगा। माता-पिता अपने बच्चे की हालत देख कर एक पास के डॉक्टर के पास ले गए और जो डॉक्टर ने बताया उसे सुन उनके माता-पिता स्तब्ध होकर एक दूसरे को देखने लगे। डॉक्टर ने बताया कि आपके बच्चे के प्राइवेट पार्ट पर बहुत अधिक प्रहार किया गया है। अगर इसका जल्दी से उपचार ना हुआ तो इसकी जान भी जा सकती है। बच्चे को किसी अच्छे अस्पताल में ले जाना होगा तब वहां से माता-पिता उसे हैलट अस्पताल लेकर गए और पास के पुलिस थाने में अपनी शिकयत भी दर्ज कराई l पुलिस तुरंत अस्पताल पहुंची और वहां पर बच्चे के सही होने का इंतजार करने लगे। जैसे ही बच्चा थोड़ा सा होश में आया उन्होंने उससे पूछताछ की और बच्चे ने आपबीती जो बताया उसको सुनकर सबकी आंखें पथरा सी गई
जानते है पूरी घटना बच्चे की जुबानी:-
मैं अपने घर के बाहर खेल रहा था और पास ही रहने वाली एक लड़की नेहा ने मुझे आवाज देकर घर के अंदर बुलाया। आकाश ने आगे बताया कि दीदी ने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। यह देखकर बच्चा सोचा कि शायद कोई सामान उठाकर रखने को कहेंगी या कुछ काम करवाना होगा l लेकिन कुछ देर बाद दीदी ने उसकी शर्ट उतारी और गन्दी हरकत करना शुरू कर दिया। जब दीदी ने पेंट उतारा तो पैंट की जिप मे मेरा प्राइवेट पार्ट फंस गया और झटके से खींचने से उस में से खून आने लगा। फिर दीदी मेरे साथ गंदी हरकतें करने लगी। मेरे मना करने पर उन्होंने पास में रखे डंडे से मेरे प्राइवेट पार्ट पर और मुझे बहुत मारा। मैं बहुत रोने लगा, चिल्लाने लगा तब जाकर दीदी ने मुझे घर जाने की इजाजत दी और सीधा मैं अपने घर आ गया। पूरी घटना सुन पुलिस वहां से घटनास्थल पर पहुंची। बच्चे के बताए हुए पता पर पहुंचकर पुलिस नेहा से पूछताछ की जहां पर नेहा ने अपना जुर्म कुबूल किया और यह भी बताया कि बहुत दिनों से वह इस बच्चे आकाश को पसंद करती थी और इससे संबंध भी बनाना चाहती थी। जिसे सुनकर पुलिस ने नेहा को गिरफ्त में लिया और कहा कि यह लड़की नाबालिक है इसलिए इसको अधिनियम 8 के के तहत ही इसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी।