बताया जा रहा है कि मंत्री पद के लिए नीतीश कुमार ने एक फॉर्मूला सामने रखा है. नीतीश के फॉर्मूले के मुताबिक उन्हें 4 सांसदों में से एक मंत्री पद दिया जाना चाहिए. इस हिसाब से उनके पास 12 सांसद हैं और उन्हें कैबिनेट में 3 मंत्री पद मिलने चाहिए.
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद एनडीए सरकार बनाने की तैयारी चल रही है. बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने के कारण मोदी सरकार 3.0 के गठन से पहले एनडीए के अलग-अलग सहयोगियों की मांगों को लेकर खबरें आ रही हैं.
सूत्रों के मुताबिक यह बात सामने आ रही है कि नीतीश कुमार ने मंत्री पद के लिए एक फॉर्मूला सामने रखा है. नीतीश के फॉर्मूले के मुताबिक उन्हें 4 सांसदों में से एक मंत्री पद दिया जाना चाहिए. इस हिसाब से उनके पास 12 सांसद हैं और उन्हें कैबिनेट में 3 मंत्री पद मिलने चाहिए.
जेडीयू से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, ‘बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मोदी सरकार 3.0 के उद्घाटन तक दिल्ली में रह सकते हैं. वह राष्ट्रपति भवन जाकर एनडीए नेताओं पर दावा ठोक सकते हैं. इस बीच, नीतीश आज जेडीयू के नवनिर्वाचित सांसदों के साथ बैठक करने वाले हैं. स्पीकर का पद बीजेपी के पास बरकरार रहे, इस पर जेडीयू को कोई आपत्ति नहीं है.
लोकसभा चुनाव नतीजों में एनडीए ने बहुमत (272) से ज्यादा सीटें (293) जीती हैं, लेकिन बीजेपी बहुमत हासिल नहीं कर पाई है. इसलिए सीटों के मामले में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद बीजेपी को गठबंधन दलों पर निर्भर रहना पड़ रहा है. बीजेपी के बाद चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी पार्टी 16 सीटों के साथ एनडीए में दूसरे नंबर पर है. जबकि नीतीश कुमार की जेडीयू ने 12 सीटें जीतीं.